अब एम्स में ही बन जाएंगे दिव्यांग प्रमाणपत्र,536 बच्चों को मिलेगा फायदा

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रायबरेली जिले में मूंक बधिर बच्चों को दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लखनऊ के चक्कर नहीं काटने होंगे। अब जिले के दिव्यांग बच्चों के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर को एम्स में बुलाकर यही जांच करवाकर प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय ने बताया कि जिले के 536 दिव्यांग बच्चों के लिए एम्स में विशेषज्ञ डाक्टरों को बुलवाया जायेगा। बच्चों की जांचकर प्रमाणपत्र बनवाए जायेंगे। एम्स तक ले जाने के लिए सभी दिव्यांग बच्चों की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारी को दी गई हैं।
19 दिसंबर से यह कार्यक्रम शुरू होगा जिसमें प्रत्येक गुरुवार विशेषज्ञ डॉक्टर एम्स में मौजूद रहकर करेंगे परीक्षण और दिव्यांग बच्चों को अपने ही जनपद में मिल सकेंगे प्रमाण पत्र।

पिछले वर्षो में दिव्यांग बच्चों संग उनके अभिभावको को लखनऊ जाना पड़ता था। बच्चो की जाँच करवाने के लिए दर ब दर जाना पड़ता था और भटकना पड़ता था। अभिभावकों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता था।
मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय कि इस पहल से जिले के एम्स में दिव्यांग बच्चों की हो सकेगी जांच। रायबरेली में बछरावां 39, महाराजगंज 40, शिवगढ़ 39, हरचंदपुर 28, सताव 44, खींरो 21, सलोन 30, डीह 12, छतोह 19, राही 29, अमावा 19, लालगंज 20, सरेनी 31, ऊंचाहार 22, जगतपुर 13, रोहनिया 31, डलमऊ 52, दीनशाह गौरा 34, नगर क्षेत्र 13, दिव्यांग बालक बालिकाओं को मिल सकेगा फायदा।

Samaj Tak
Author: Samaj Tak

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