📍 स्थान: अस्थाईगो – आश्रय स्थल टिकरा, ग्राम पंचायत टिकरा, विकासखंड सताँव, जनपद रायबरेली
रायबरेली के सताँव ब्लॉक अंतर्गत टिकरा ग्राम पंचायत की अस्थाई गौशाला में पशुओं की हालत देखकर हर संवेदनशील नागरिक का दिल दहल जाए। समाज तक मीडिया टीम ने जब मौके पर पहुंचकर वहां का जायज़ा लिया, तो गायों की आंखों में दर्द और शरीर पर घाव थे। चारा नहीं, बल्कि कंकर दिए जा रहे हैं। भूसा नदारद है। और सबसे भयावह – जिंदा गायों को कुत्ते और कौवे नोच रहे हैं।
गौशाला में फैली गंदगी और बदइंतजामी को देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो यह कोई पशु सेवा केंद्र नहीं, बल्कि निर्दोष जानवरों के लिए यातना गृह बन चुका है।
इस गौशाला के संचालन से जुड़े लोगों में बृजलाल, हीरा, प्रेम शंकर शामिल हैं। इसके अतिरिक्त जिम्मेदारी ग्राम पंचायत अधिकारी अपूर्व मिश्रा, ग्राम प्रधान अनुज कुमार, पशुधन प्रसार अधिकारी विजय कुमार त्रिपाठी, चिकित्सा अधिकारी श्री एस. निरंजन तथा खंड विकास अधिकारी श्री शशि कुमार तिवारी की भी मानी जा रही है।
समाज तक द्वारा इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाए जाने के बाद खंड विकास अधिकारी श्री शशि कुमार तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वे तत्काल कार्रवाई के निर्देश दे चुके हैं और जांच कर व्यवस्था को सुधारने की बात कही है।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या यह कार्रवाई केवल कागज़ों तक सीमित रहेगी या वास्तव में इन निरीह गायों को राहत मिलेगी? क्या जिलाधिकारी हर्षिता माथुर इस मामले में हस्तक्षेप कर दोषियों पर कार्रवाई करेंगी?
🧾 समाज तक की मांग:
गौशाला की जांच हो उच्च स्तरीय टीम से
जिम्मेदारों पर हो सख्त कार्रवाई
गायों के लिए चारा, पानी और चिकित्सा की तत्काल व्यवस्था हो
🐄 गायों के नाम पर सिर्फ भाषण नहीं, धरातल पर सेवा हो – यही हमारी संस्कृति और संवेदनशीलता की असली पहचान है।
📣 समाज तक – जहां आवाज़ उठती है, ज़िम्मेदारी मांगती है!
