रायबरेली, 24 अप्रैल 2025
शिक्षा विभाग ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिससे स्कूलों की छुट्टियों के दौरान शिक्षकों की मनमानी पर रोक लगेगी। अब कोई भी शिक्षक छुट्टी के समय बिना इजाजत कोई और काम नहीं कर पाएगा।
क्या है नया आदेश?
- छुट्टी में कोई और काम नहीं
अब शिक्षक छुट्टी के दौरान ट्यूशन, कोचिंग या किसी संस्था का काम नहीं करेंगे।
स्कूल के बाहर कोई पढ़ाई या ट्रेनिंग देना भी मना है, जब तक सरकारी इजाजत न हो।
- रैली, सभा, प्रचार में भाग लेना मना
छुट्टी में शिक्षक अब किसी रैली, जनसभा, मानव शृंखला या किसी प्रचार कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगे।
- ऑफिस में बार-बार चक्कर लगाने की जरूरत नहीं
कोई भी समस्या हो तो ऑनलाइन आवेदन करना होगा। छुट्टी के बहाने ऑफिस जाकर शिकायत करना बंद करना होगा।
- बिना इजाजत कोई भी मीटिंग नहीं
शिक्षक संगठनों की मीटिंग भी छुट्टी में बिना इजाजत नहीं होगी।
- कोई और जिम्मेदारी नहीं दी जा सकती
छुट्टी के समय शिक्षक को कोई बैंक काम, फॉर्म भरवाना, प्रचार करवाना या वीडियो शूट जैसी चीज़ों में नहीं लगाया जाएगा।
इससे फायदा क्या होगा?
बच्चों को मिलेगा बेहतर पढ़ाई का माहौल
जब शिक्षक छुट्टी में भी अनुशासित रहेंगे, तो स्कूल खुलने पर पूरी ऊर्जा और जिम्मेदारी से पढ़ाएंगे।
शिक्षा का स्तर सुधरेगा
मनमानी और लापरवाही पर लगाम लगेगी, जिससे बच्चों को समय पर पढ़ाई और सही मार्गदर्शन मिलेगा।
जनता का भरोसा बढ़ेगा
जब शिक्षक अपने काम को ईमानदारी से करेंगे, तो आम लोग शिक्षा व्यवस्था पर और ज्यादा भरोसा करेंगे।
अगर कोई नियम तोड़ता है?
यदि कोई भी शिक्षक या अधिकारी इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी। और संबंधित अधिकारी भी जिम्मेदार माने जाएंगे।
समाज तक की अपील
शिक्षा बच्चों का भविष्य तय करती है। शिक्षक अगर अपनी जिम्मेदारी को ठीक से निभाएं, तो गांव से लेकर शहर तक समाज को मजबूत बनाया जा सकता है।
यह कदम एक सच्ची शुरुआत है — अब वक्त है बदलाव का। ✍️विजय प्रताप सिंह
