नगर निगम द्वारा घर-घर कूड़ा उठाने और क्यूआर कोड व्यवस्था की समीक्षा के लिए महापौर अशोक कुमार तिवारी सहित नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया। इस दौरान सिगरा, पाण्डेयपुर और कालभैरव समेत कई क्षेत्रों में क्यूआर कोड लगाने में लापरवाही पाई गई।
महापौर अशोक कुमार तिवारी ने सिगरा वार्ड का निरीक्षण किया, जहां कई भवनों पर क्यूआर कोड नहीं लगे थे, जबकि कुछ भवन मालिकों ने कोड को घर के अंदर लगाया था। इसी प्रकार, अपर नगर आयुक्त सविता यादव ने पाण्डेयपुर वार्ड, नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने कालभैरव वार्ड, और अन्य अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में निरीक्षण किया।
सभी अधिकारियों की रिपोर्ट में यह सामने आया कि कूड़ा उठान व्यवस्था और क्यूआर कोड की स्थिति संतोषजनक नहीं है। कई सफाईकर्मी ड्यूटी पर अनुपस्थित पाए गए, जिससे सफाई व्यवस्था प्रभावित हुई।
महापौर ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
निरीक्षण के बाद महापौर ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और नगर निगम कमांड सेंटर के डैशबोर्ड से कूड़ा उठाने की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में उपस्थित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि हर अधिकारी को सुबह 5:30 बजे अपने तैनाती क्षेत्र में मौजूद रहना होगा और अपनी उपस्थिति की सेल्फी भेजनी होगी। वार्ड पार्षदों को एक दिन पहले निरीक्षण की सूचना देनी होगी। इसके अलावा वार्ड में सफाईकर्मियों की 100 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
बैठक में अपर नगर आयुक्त सविता यादव, संगम लाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेंद्र कुमार चौधरी, संयुक्त नगर आयुक्त जितेंद्र कुमार आनंद, कर निर्धारण अधिकारी अनुपम त्रिपाठी और जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
भवन स्वामियों से क्यूआर कोड चस्पा करने की अपील
महापौर अशोक कुमार तिवारी ने नगरवासियों से अपील किया कि वे अपने भवनों पर क्यूआर कोड अनिवार्य रूप से चस्पा करें।
उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा दिए गए क्यूआर कोड से 29 प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं, जिनमें घर-घर कूड़ा उठान की निगरानी भी शामिल है। यह कोड सफाई व्यवस्था में पारदर्शिता लाने और शहर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है। इसलिए सभी भवन स्वामी इसे सुरक्षित स्थान पर लगाकर इस सुविधा का लाभ उठाएं।
