रायबरेली (शाहपुर बाजार)।
गुरबख्शगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली अटौरा चौकी के शाहपुर बाजार में खुलेआम कच्ची, अवैध और ज़हरीली शराब का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस गोरखधंधे में महिलाओं की बड़ी भागीदारी है, जो बेधड़क बाजारों में शराब बेच रही हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि यह अवैध कार्य लंबे समय से चल रहा है, जिसकी जानकारी स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग को भी है, लेकिन उनके द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। ग्रामीणों का सीधा आरोप है कि पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग की इस कार्य में संलिप्तता है, जिसके चलते यह घिनौना कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा है।
लगातार हो रही हैं मौतें, बीमार पड़ रहे हैं लोग
इस जहरीली शराब के कारण अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं कई लोग गंभीर रूप से बीमार भी पड़े हैं। बावजूद इसके न कोई गिरफ्तारी हो रही है, न ही इस धंधे पर कोई रोक लगाई जा रही है।
“समाज तक” मीडिया की लगातार कवरेज के बाद भी नहीं रुका यह अवैध धंधा
“समाज तक” मीडिया द्वारा कई बार इस मामले को उजागर किया जा चुका है, पर प्रशासन की नींद अब तक नहीं टूटी है। हर बार सिर्फ कागजी खानापूर्ति होती है और कुछ दिनों के बाद यह काम फिर शुरू हो जाता है।
क्या पूरी तरह भ्रष्ट हो चुकी है आबकारी टीम?
स्थानीय लोगों का कहना है कि आबकारी विभाग की टीम भी पूरी तरह से भ्रष्ट हो चुकी है। न तो नियमित छापेमारी होती है, और न ही कोई स्थायी समाधान निकलता है। सवाल यह उठता है कि जब मीडिया और जनता आवाज उठा रही है, तो फिर प्रशासन क्यों चुप है?
अब सवाल यह है कि…
क्या प्रशासन किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है?
कब तक मासूमों की जान इस ज़हरीली शराब की भेंट चढ़ती रहेगी?
क्या आबकारी विभाग और पुलिस की मिलीभगत से ही यह कारोबार पनप रहा है?
“समाज तक” की मांग:
दोषी पुलिसकर्मियों और आबकारी कर्मियों पर सख्त कार्रवाई हो
शाहपुर बाजार में चल रहे इस शराब के अड्डे को तुरंत बंद कराया जाए
महिलाओं को इस घिनौने धंधे से निकालने के लिए सामाजिक पुनर्वास की योजना बनाई जाए
मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए
समाज तक इस मुद्दे को तब तक उठाता रहेगा जब तक इस पर ठोस कार्रवाई नहीं होती।
