उधर भूतपूर्व सैनिकों के संगठन ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पीड़ित सैनिक को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। बच्चों के बीच हुआ मामूली झगड़ा इतना बढ़ जाएगा ये किसी ने सोचा नही था।। 31 अक्टूबर की शाम डलमऊ कोतवाली क्षेत्र का रहने वाला चाहत सिंह अपने दोस्तों के साथ पटाखे खरीदने मार्किट गया था वही पर उसका शनि सोनकर और उसके साथियों से विवाद हो गया। पुलिस दोनों पक्षो को घुरवारा चौकी ले आयी थीं। मारपीट की सूचना पर दोनों पक्षो के परिजन भी चौकी पहुंच गए। चाहत सिंह को ज्यादा चोट लगी थी और उसे मेडिकल के लिए पुलिस नही ले जा रही थी। इस बात को लेकर चाहत सिंह के पिता रिटायर्ड फौजी इंदल सिंह की चौकी प्रभारी हिमांशु मालिक से बहस हो गई। आरोप है कि उसके बाद हिमांशु मालिक और अन्य पुलिस कर्मियों ने इंदल सिंह का बयान लेने के बहाने उसे एक कमरे में बंद करके उसे बुरी तरह मारा पीटा।
पुलिस ने एक तो रिटायर्ड फौजी को मारा पीटा उसे यातनाएं दी और उल्टा उन्ही पर मुकदमा दर्ज कर दिया। डलमऊ पुलिस ने इंदल सिंह सहित उनके परिवार के छह लोगों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। उसके अलावा दूसरे पक्ष शनि सोनकर पर भी मकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।
संजीव कुमार सिन्हा- अपर पुलिस अधीक्षक रायबरेली ने बताया कि दो लोगों की आपस में मारपीट की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों लोगों को चौकी पर ले गए वही चाहत सिंह के भाई रिटायर्ड फौजी इंदल सिंह भी अपने साथियों के साथ पहुंचे और पुलिस से मारपीट करने लगे जिसे पुलिस ने सभी छह लोगों को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया है ।
रिटायर्ड फौजी के साथ मारपीट की घटना से सवर्ण आर्मी के पदाधिकारी आग बबूला हो गए उन्होंने परिजनों के साथ पुलिस अधीक्षक से मिलकर इस मामले में निष्पक्ष जांच को मांग की है। इंदल सिंह के समर्थन में करनी सेना भी उतर आई है। इंदल सिंह की पत्नी आरती सिंह ने पुलिस पर घर मे घुसकर महिलाओं से बदसलूकी और बच्चों से गालीगलौज का आरोप लगाया है। बृजेन्द्र सिंह फौजी, जिला अध्यक्ष ने बताया है की इंदल सिंह अभी दो साल पहले सेना में सूबेदार के पद से श्रीनगर से रिटायर हुए है। इंदल सिंह को सेना मैडल भी मिल चुका है।