रात में लाइट जलाकर जेसीबी खनन करती वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

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रायबरेली /जनपद में इस समय खनन माफियाओ की जेसीबी खूब धड़ल्ले से धधक रही है शाम से शुरू होती रात और सुबह तक खनन माफिया मिट्टी को खोदकर सोने की भाव में बेचने में लगे हैं खनन करने में लाइट जला कर रातो रात खनन कर मिट्टी को महंगे भाव में बेचकर खनन माफिया मालामाल हो रहे हैं खनन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जोर-सोर से वायरल हो रहा है बताया जाता है कि यह खनन जनपद के थाना गदागंज क्षेत्र का है जो रात में जेसीबी लाइट जलाकर खनन करती हुई वीडियो में कैद हुई और वायरल हो गई मिली जानकारी के अनुसार उक्त थाना क्षेत्र के धमधामा गांव के पास का बताया जा रहा है फिलहाल पुलिस इस मामले को झूठा मानकर पल्ला झाड़ रही है यही नहीं थाना क्षेत्र में पूर्व में हुई लाखों की चोरियों को भी दरकिनार कर खुलासा करने में फिसड्डी है गदागंज पुलिस की रवैया से क्षेत्र के ग्रामीण नेता सभी में भारी आक्रोश है ग्रामीणों की माने तो क्षेत्र में हुई चोरियां पुलिस और चोरों का सालगाट माना जा रहा है जिस वजह से पुलिस चोरी का खुलासा करने में नाकाम है वही खनन के मामले में राजस्व और पुलिस की सालगांठ बताया जा रहा है मामले में थाना गदागंज पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में खनन जैसी कोई बात नहीं है अगर वीडियो वायरल है तो जांच की जाएगी

क्या हल्का दारोगा गौरव मालिक के राज में रात के अंधेरे में फायदा उठा रहे खनन माफिया क्या गौरव मालिक की सह पर चलाई गई जेसीबी या हल्का दारोगा जी ने रात में दे रहे खनन माफिया को संरछड़ आखिरकार पुलिस की गश्त करने के बाद भी जेसीबी धरती मां का सीना चीर रही
साहब तीन घंटे का काम है
चलो ठीक है पुलिस महकमे की किरकिरी करा रहे थाने में तैनात हल्का दारोगा गौरव मालिक क्या वीडियो वायरल होने के पुलिस ने अपनी कोई कार्यवाही की या वीडियो देख अनदेखा कर दिया

Samaj Tak
Author: Samaj Tak

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तो अब उत्तर प्रदेश की सरकार मीडिया पर भी नकेल कसना शुरू कर दिया है। अब कोई भी पत्रकार किसी विद्यालय सरकारी अथवा अर्ध सरकारी विद्यालय की हालातो पर खबर नहीं बना सकता है खबर बनाने के पहले पत्रकार को परमिशन लेनी होगी। सबसे पहले वह विद्यालय के प्रबंधक या प्रधानाचार्य की अनुमति लेगा या फिर बीएसए से आज्ञा लेकर पत्रकारिता करेगा। यह लेटर जनपद मऊ से जारी हुआ है साथ ही रायबरेली जनपद के बीएसए ने भी एक किसी पत्रकार से जरिए मोबाइल पर आदेश किया है कि बिना प्रधानाचार्य के अनुमति आप खबर नहीं बना सकते हैं अगर मौके प्रधानाचार्य नहीं तो उसका इंतजार करिए। मतलब अब खबर बनाना है तो पहले अनुमति के इंतजार करिए। रायबरेली जनपद के बीएसए और मऊ का लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जों समाज के चौथे स्तंभ को रौंद रहा है

रायबरेली, संदिग्ध परिस्थितियों में बैंक में आग लग गई है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस व दमकल के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पानी और सीजफायर के माध्यम से आग पर काबू पा लिया है ।

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तो अब उत्तर प्रदेश की सरकार मीडिया पर भी नकेल कसना शुरू कर दिया है। अब कोई भी पत्रकार किसी विद्यालय सरकारी अथवा अर्ध सरकारी विद्यालय की हालातो पर खबर नहीं बना सकता है खबर बनाने के पहले पत्रकार को परमिशन लेनी होगी। सबसे पहले वह विद्यालय के प्रबंधक या प्रधानाचार्य की अनुमति लेगा या फिर बीएसए से आज्ञा लेकर पत्रकारिता करेगा। यह लेटर जनपद मऊ से जारी हुआ है साथ ही रायबरेली जनपद के बीएसए ने भी एक किसी पत्रकार से जरिए मोबाइल पर आदेश किया है कि बिना प्रधानाचार्य के अनुमति आप खबर नहीं बना सकते हैं अगर मौके प्रधानाचार्य नहीं तो उसका इंतजार करिए। मतलब अब खबर बनाना है तो पहले अनुमति के इंतजार करिए। रायबरेली जनपद के बीएसए और मऊ का लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जों समाज के चौथे स्तंभ को रौंद रहा है

रायबरेली, संदिग्ध परिस्थितियों में बैंक में आग लग गई है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस व दमकल के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पानी और सीजफायर के माध्यम से आग पर काबू पा लिया है ।