रायबरेली। जनपद रायबरेली के जटुवा टप्पा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) के ठीक सामने खुले एक खून जांच केंद्र (आर. पी. पथ केयर लैब) को लेकर स्थानीय लोगों में गंभीर नाराजगी देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि यह केंद्र अवैध रूप से संचालित हो रहा है और इसमें स्वास्थ्य विभाग, विशेषकर सीएमओ स्तर की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, जांच के नाम पर सांठगांठ और कमीशनखोरी का खेल चल रहा है, जिससे ऐसे जांच केंद्र बिना अनुमति खुलेआम संचालित किए जा रहे हैं। यह सेंटर किसी अधिकृत मेडिकल अथॉरिटी से प्रमाणित है या नहीं, इस पर सवाल उठ रहे हैं।
क्या कहते हैं नियम?
खून जांच केंद्रों के संचालन के लिए क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट 2010 एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन अनिवार्य होता है। इसके अंतर्गत संचालक के पास DMLT या समकक्ष प्रमाणपत्र, लाइसेंसिंग, उपकरणों की स्वीकृति, स्वच्छता मानक और रजिस्ट्रेशन जैसे नियमों का पालन आवश्यक होता है।
क्या होगी जांच?
यह गंभीर जांच का विषय है कि जटुवा टप्पा सीएचसी के सामने इस प्रकार का सेंटर किसकी अनुमति से खुला है और क्या यह नियमों का उल्लंघन कर रहा है? यदि ऐसा है तो यह स्वास्थ्य व्यवस्था की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह लगाता है।
जनता की मांग है कि प्रशासन इस मामले की निष्पक्ष जांच कराएं और यदि अनियमितताएं पाई जाती हैं तो दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि संबंधित अधिकारी इस पर कितनी पारदर्शिता और संवेदनशीलता से कार्य करते हैं। ✍️विजय प्रताप सिंह
