रायबरेली-बाइक चलाने के लिए न देने पर बेटे ने मां की गला दबाकर हत्या कर दी। मां का शव बोरे में भरकर बाइक से करीब 15 किमी दूर जाकर शारदा नहर में फेंक दिया। मां की हत्या के बाद 10 दिन तक बेटा शांत रहा।उसके चेहरे पर शिकन तक नहीं थी। पिता के शक जताने पर पुलिस ने रविवार को बेटे को पकड़कर पूछताछ की तो उसने मां की हत्या की बात कबूल कर ली।
सलोन कोतवाली क्षेत्र के पांंडेय का पुरवा मजरे बिजवलिया गांव निवासी राम दुलारे पाल 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए घाट गए थे। वापस घर लौटकर आए तो घर पर उनकी पत्नी कलावती (65) नहीं थी। खोजबीन के बाद भी पत्नी का कुछ पता नहीं चल पाया। छोटे बेटा राकेश पाल (24) भी मां के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पाया।
इस पर पिता रामदुलारे ने 15 नवंबर को सलोन कोतवाली में पत्नी के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। ग्रामीणों के जरिए पिता को जानकारी हुई कि बेटे ने ही उसकी पत्नी की हत्या की है। पिता ने रविवार सुबह बेटे राकैश पाल के खिलाफ पत्नी को गायब कर देने का केस दर्ज कराया। पुलिस ने कड़ाई से राकेश से पूछताछ की।
राकेश ने बताया कि मां उसे बाइक चलाने के लिए नहीं दे रही थी। इससे वह गुस्से में था और गला दबाकर मां की हत्या कर दी। इसके बाद शव को बोरे में भरकर बाइक से ले जाकर मिल एरिया थाना क्षेत्र में शारदा नहर में फेंक दिया। आरोपी बेटे की निशानदेही पर पुलिस ने रविवार की शाम पांच बजे शारदा नहर से महिला का शव बरामद कर लिया। महिला की मौत से पति समेत अन्य परिजनों में कोहराम मचा है। कोतवाली प्रभारी जेपी सिंह ने बताया कि बेटे ने ही मां की हत्या की थी। आरोपी को पकड़ लिया गया है।
…तुम भी बड़े भाई की तरह कमाकर बाइक ले लो
आरोपी का बड़ा भाई रमेश पाल बाहर रहता है। उसने बाइक खरीदी थी। पूछताछ मेंं आरोपी ने बताया कि मां उससे कहती थी कि तुम भी बड़े भाई की तरह कमाकर बाइक खरीद लो। वह उसे बाइक नहीं देगी। इससे वह गुस्से में आ गया और उसने मां की हत्या कर दी।