बैकग्राउंड वीडियो रिकॉर्डर: आम जनमानस के लिए एक आवश्यक सुरक्षा उपकरणसमाज तक ब्यूरो | रायबरेली

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आज के बदलते समय में जब अपराधी तत्व अक्सर खुलेआम घटनाओं को अंजाम दे जाते हैं और आम जनता भय या लाचारी में मूकदर्शक बन जाती है, ऐसे समय में तकनीक के माध्यम से एक नई क्रांति लाना संभव है। इसी दिशा में “बैकग्राउंड वीडियो रिकॉर्डर” नामक मोबाइल एप आम नागरिकों के लिए एक अमूल्य सुरक्षा साधन बनकर उभरा है।

यह ऐप बिना किसी को सूचना दिए, गुप्त रूप से वीडियो रिकॉर्डिंग करने की सुविधा देता है। यानी आपको कैमरा ओपन नहीं करना, किसी को दिखाना नहीं – बस ऐप चालू करें और रिकॉर्डिंग अपने आप पृष्ठभूमि में होती रहेगी।

इसकी उपयोगिता कहां है?

जब कोई अपराध, भ्रष्टाचार, उत्पीड़न या अव्यवस्था की घटना सामने हो

जब पुलिस, प्रशासन या अन्य कोई प्रभावशाली व्यक्ति अवैध दबाव बनाने का प्रयास करे

जब आम जनता या मीडिया कर्मी खुले रूप में वीडियो न बना सकें

या जब सबूत एकत्र करना महत्वपूर्ण हो, पर जोखिम से बचना भी जरूरी हो

समाज तक पोर्टल आप सभी जागरूक नागरिकों से अपील करता है कि:

  1. अपने-अपने मोबाइल में यह ऐप डाउनलोड करें।
  2. इसका उपयोग समझदारी से करें – केवल सत्य एवं जनहित में।
  3. इस तकनीक को लेकर अपने गांव, समाज और परिजनों को जागरूक करें।

याद रखिए —

जब तक आप जागरूक नहीं होंगे, तब तक आप लूटते और दबाए जाते रहेंगे।
जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है — और बैकग्राउंड रिकॉर्डिंग उसी का एक माध्यम।

समाज तक का उद्देश्य है – सच को सामने लाना, और समाज को सशक्त बनाना।
आप भी इस मुहिम का हिस्सा बनें। ✍️विजय प्रताप सिंह

Samaj Tak
Author: Samaj Tak

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*मोहब्बत की दुकान! वाले रागा के कार्यकर्ता करा रहें हैं पार्टी की फजीहत*


वैसे तो चारो ओर कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता अपने अजब गजब कारनामों व बयानबाजी से खूब भद्द पिटा रखी है यहां तक की पहलगाम की घटना के संबंध में कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश को यह तक कहना पड़ गया कि अब कश्मीर के संबंध में मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी का बयान आधिकारिक बयान माना जाएगा इसके अलावा कोई बयान कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक बयान नहीं माना जाएगा , इसके बाद इतना तो साफ हो गया की पार्टी के कुछ कार्यकर्ता अपनी ऊल जुलूल बयानबाजी व कारनामो के चलते लगातार पार्टी की भद्द पिटाने में लगे हुए ऐसा केवल कश्मीर के मामले में नही है अपितु पार्टी के मुख्य कार्यकर्ता के संसदीय क्षेत्र में जहां कांग्रेस द्वारा अपने बेहतरीन कार्यो के दम पर एक समय बढ़िया नाम कमाया है जिसके चलते आज भी बहुसंख्यक लोगों के दिलो में पार्टी का सम्मान बरकरार है पर यहां स्थितियां यह होती जा रही है कि पार्टी के चन्द कार्यकर्ता ही पार्टी की छवि को धूमिल करने पर आमादा हो चुके हैं,चारों ओर चर्चाएं हैं कि आने वाले चुनाव में कहीं ना कहीं कांग्रेस पार्टी के चंद नौसिखिया कार्यकर्त्ताओ के कारण पार्टी को बड़ा नुकसान उठाना पड सकता है खैर बताते चलें कि वीवीआईपी जिला रायबरेली जो कि कांग्रेस का गढ कहा जाता है वह इसलिए क्योंकि एक समय था कि जब कांग्रेस पार्टी रायबरेली में विकास की गंगा बहा रखी थी वर्तमान में विपक्ष के दिग्गज नेता राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र है बीते दिनों राहुल गांधी का आगमन जिले में होता दिशा की बैठक करने के पश्चात,तमाम प्रोग्राम संपन्न करते हुए रुख पावन नगरी कहीं जाने वाली डलमऊ की ओर होता है डलमऊ पहुंचते ही समर्थको समेत आमजनमानसो की भारी भडकंप भीड़ देखने को मिलती है हर कोई राहुल गांधी को देखने को बेताब रहता है तमाम मीडियाकर्मी दूरदराज से राहुल गांधी के प्रोग्राम को कवर करने डलमऊ पहुंचते हैं पर चर्चाएं उस वक्त बहुत तेज हो जाती हैं जब मोहब्बत की दुकान वाले राहुल गांधी के कार्यकर्ताओं द्वारा पत्रकारों को खबर कवर करने से रोक दिया जाता है और पत्रकार भी बाहर ताकते रह जाते हैं मानो कोई पत्रकार नहीं बल्कि कोई सुरक्षाकर्मी सिविल ड्रेस में अपनी सेवा दे रहे हो पत्रकारों में सबसे जादा चर्चाएं यही हो रही हैं कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान पत्रकारों को जो आजादी थी उनके अधिकारों को ध्यान में रखा जाता था अब बदलते समय के अनुसार वर्तमान सरकार के सरकारी अफसरो व सरकारी नुमाइंदे की तरह कांग्रेस के कार्यकर्ता भी पत्रकारिता को अपने पैरों तले रौंदने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है।

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