सक्षम फाउंडेशन द्वारा महिलाओं को सशक्त एवम आत्मनिर्भर बनाने हेतु तीन दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन अवधेशपुरम ऐंठू मेंं किया गया। सक्षम फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ रणजीत सिंह ने कहा कि महिला सशक्तिकरण किसी भी देश के विकास के लिए सबसे बड़ा हथियार है। इसका मतलब है की महिलाओं को सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिकमजबूत बनाना है । और कौशल विकास न केवल रोजगार के अवसर पैदा करता है बल्कि उन्हें सशक्त भी बनाता है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण जिसमें आंवला के उत्पादों जैसे आंवला लड्डू, बर्फी, मुरब्बा, कैंडी, आचार तथा जूस बनाने का सैद्धांतिक एवम व्यवहारिक प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र की वैज्ञानिक स्वाति दीपक दुबे ने दिया।
साथ ही साथ ग्रामीण महिलाओं के लिए गाय के गोबर से तैयार किए जाने वाले उत्पादों गौ अगरबत्ती, गौ धूपबत्ती, गौ दिया, गौ गमला आदि बनाने पर सैद्धांतिक एवम व्यवहारिक प्रशिक्षण श्रीमती सरोज देवी ने दिया तथा इसके विक्रय किए जाने की विधि पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
समापन अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ यतेंद्र कुमार ने कहा की गाय के गोबर से बने उत्पाद बाजार में तेजी से बिक रहे हैं इसकी वजह यह है की गाय के गोबर को बहुत पवित्र माना जाता हैं और इसका उपयोग ईश्वर की पूजा में भी किया जाता है।
सक्षम फाउंडेशन के सचिव मनीष सिंह ने प्रशिक्षार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पहले लोग कहते थे की महिलाएं पुरुषों के बराबर हैं लेकिन मैं कहता हूं की महिलाएं पुरुषों से बहुत आगे हैं आज कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां महिलाओं ने अपना परचम न लहराया हो।नारी तो नारायणी है, नारी सक्षम है इसलिए आप लोग प्रशिक्षण का उपयोग कीजिए और आत्मनिर्भर बनकर देश के विकास में सहयोग कीजिए। इस अवसर पर कंचन वर्मा, काजल, अंचल यादव, भानुमती, शालिनी, रूपम पटेल, जानकी मिश्रा, रेखा सिंह, बबलू विश्वकर्मा, देवाशीष आदि लोगों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
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✍️अमित कुमार