रायबरेली/हरचंदपुर:
जहाँ एक ओर सरकारें “नशा मुक्त भारत” के सपने दिखा रही हैं, वहीं जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। रायबरेली जनपद के ग्राम हरचंदपुर में ग्रामीणों का आक्रोश शराब के ठेके को लेकर लगातार बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि शराब की दुकान खुलने से महिलाओं, स्कूली बच्चों और आम राहगीरों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
शराबियों की मनमानी, छीना-झपटी, डर का माहौल
ग्रामीणों का आरोप है कि शराब के नशे में धुत लोग राहगीरों से छीना-झपटी करते हैं और महिलाओं पर फब्तियां कसते हैं। स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि बच्चों का स्कूल जाना तक मुश्किल हो गया है।
स्थानीय प्रशासन से लेकर जिलाधिकारी तक गुहार
ग्रामीणों ने पहले भी प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर जिले के स्वास्थ्य विभाग तक कई बार शिकायतें कीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब ग्रामीणों ने डीएम महोदय से सीधी गुहार लगाई है कि इस ठेके को ग्राम हरचंदपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पास से तुरंत हटाया जाए।
साफ संदेश: शराब हटाओ, शांति बचाओ
ग्रामीणों की एक ही माँग है — “हमें नशा नहीं, सुरक्षा चाहिए। हमारे बच्चों का भविष्य और महिलाओं की गरिमा इस ठेके की आड़ में खतरे में डाली जा रही है।”
अब देखना होगा कि डीएम साहिबा इन पीड़ित ग्रामीणों की आवाज़ को कितना गंभीरता से लेती हैं और कब तक इस शराब ठेके पर प्रशासनिक कार्यवाही होती है।✍️ विजय प्रताप सिंह
