रायबरेली: जिले के प्रतिष्ठित स्कूलों में शुमार SJS पब्लिक स्कूल, सालोन से एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई है, जिसने न सिर्फ स्कूल प्रशासन बल्कि समूची शिक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। वायरल हो रही तस्वीर में देखा जा सकता है कि स्कूल वैन का ड्राइवर एक छोटे बच्चे से वैन की स्टेपनी खुलवा रहा है, जबकि खुद मूकदर्शक बना खड़ा है।
जहां स्कूलों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को ज्ञान और संस्कार देना होता है, वहीं यहां नौनिहालों से जोखिमपूर्ण कार्य कराया जा रहा है। यह न सिर्फ बाल अधिकारों का खुला उल्लंघन है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा और सम्मान के साथ घोर खिलवाड़ भी है।
SJS पब्लिक स्कूल रायबरेली के बड़े नामों में गिना जाता है और इसकी कई शाखाएं भी संचालित होती हैं। लेकिन इस घटना ने यह साबित कर दिया कि ‘नाम’ के अनुरूप ‘काम’ में गंभीर खोट है। सवाल उठता है कि जिस स्कूल पर अभिभावक आंख मूंदकर भरोसा करते हैं, वहां इस तरह बच्चों से श्रम कराना कहां तक उचित है?
जनता की मांग है कि:
घटना की तत्काल उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
जिम्मेदार ड्राइवर और स्कूल प्रशासन पर सख्त कार्रवाई हो।
भविष्य में बच्चों से किसी भी प्रकार का श्रम न लिया जाए, इसके लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।
याद रखिए, शिक्षा का मकसद बच्चों को विज्ञान, संस्कार और जीवन मूल्य देना है, न कि उन्हें मजदूर बनाना!
